Old Pension Scheme Update Today: जानकारी के लिए बता दें कि आगामी लोकसभा चुनाव से पहले ही देश में एक बार फिर पुरानी पेंशन योजना की बहाली को लेकर चर्चाएं तेज रफ्तार पकड़ लीं हैं। क्योंकि 01 अक्टूबर को नई दिल्ली में जिस प्रकार से पेंशन शंखनाद रैली निकाली गई, जिसमें लाखों शिक्षक व कर्मचारी शामिल रहे।
इससे लग रहा है की पुरानी पेंशन सरकार को बहुत ज्यादा टेंशन दे रही है। वहीं विद्युत कर्मचारी भी जमकर प्रदर्शन कर रहें। सभी कर्मचारियों का इतना बड़ा जनसैलाब देखकर सरकार भी परेशान होगी। बता दे कि अबतक राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखंड, पंजाब और हिमाचल प्रदेश में पुरानी पेंशन योजना लागू कर दी गई है। और लाखों कर्मचारियों पेंशनरों का लाभ मिलना शुरू हो गया है।
इसलिए केन्द्र एवं राज्य सरकार के सरकारी कर्मियों एवं पदाधिकारीयों के साथ होने वाले शोषणकारी नितियों और पुरानी पेंशन योजना पुनः लागू नहीं करने के खिलाफ यह विशाल रैली किया जा रहा है। अब देखना यह है कि सरकार इस पर क्या निर्णय लेने वाली है आगे की जानकारी पाने के लिए इस लेख के अंत तक बन रहे।
Old Pension Scheme Update Today: संछिप्त वर्णन
योजना नाम | NPS (National Pension System), OPS (Old Pension Scheme) |
लेख का नाम | Old Pension Scheme Update Today |
स्थापना | जनवरी 1, 2004,19 वर्ष पहले |
मुख्यालय | New Delhi |
वर्ष | 2023–24 |
विरोध | New Pension Scheme (NPS) |
दिल्ली में देशभर के लाखों कर्मचारी
Old Pension Scheme Update Today: अगर आप भी पुरानी पेंशन के समर्थन में हैं तो आपको यह जानकारी होनी चाहिए कि लाखों लोगों की रैली निकालने पर सरकार पर क्या असर पड़ सकता है। बता दें 1 अक्टूबर को अटेवा और नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम ( एनएमओपीएस) से जुड़े कर्मचारी पेंशनर्स संगठन दिल्ली के रामलील मैदान में प्रदर्शन कर रहे है।
इसमें विभिन्न विभागों के देश भर से लाखों कर्मचारी पेंशनर्स शामिल हैं। वहीं पर विद्युत विभाग के सभी राज्यों के कर्मचारी एवं पदाधिकारी भी इसमें भाग लिए हैं। विभाग ने सभी कर्मचारियों को एक अक्टूबर को एनएमओपीएस के बैनर तले दिल्ली में आयोजित पेंशन शंखनाद रैली में भाग लेकर रैली को सफल बनाने का लक्ष्य रखा।
एनपीएस कर्मचारी संघ का कहना है कि विभिन्न राज्यों के लाखों कर्मचारी 1 अक्टूबर को देश की राजधानी दिल्ली में जुटकर देशभर में पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग उठा रहे हैं। अब इतनी बड़ी रैली देखकर सरकार को भी टेंशन होने लगी है। क्योंकि सरकार के सामने लोकसभा का चुनाव (2024) भी नजदीक आ चुका है। अब देखना यह है कि अगली बैठक पर सरकार पुरानी पेंशन योजना को लेकर क्या निर्णय लेती है।
एनएमओपीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु ने क्या कहा
Old Pension Scheme 2023-24: आपको बता दें कि एनएमओपीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु ने कहा है कि ” ‘पुरानी पेंशन’ बहाली का मुद्दा, अब जीवन मरण का प्रश्न बन गया है। एक साल से इस रैली की तैयारी हो रही थी। विभिन्न राज्यों का दौरा कर सरकारी कर्मियों से दिल्ली पहुंचने की अपील की थी। कई राज्यों में सरकारी कर्मी संगठनों ने अपने-अपने तरीके से ओपीएस की मांग उठाई है। पुरानी पेंशन लागू होने से सरकार को नुकसान नहीं होगा।
जब पांच राज्यों में पुरानी पेंशन बहाल हो सकती है, तो पूरे देश में क्यों नहीं हो सकती।” देश की आंतरिक और सीमा की सुरक्षा में तैनात सीआरपीएफ जवानों को पुरानी पेंशन से वंचित रखा जा रहा है। दावा है कि देश भर से करीब 20 लाख से अधिक केंद्र एवं राज्यों के सरकारी कर्मचारी, दिल्ली के रामलीला मैदान में पहुंचें और यह अभी तक की सबसे बड़ी रैली हुई है।
पुरानी पेंशन योजना पर सरकार का तर्क
पुरानी पेंशन योजना पर सरकार का तर्क यह है कि नई पेन्शन योजना में कर्मचारियों को ज्यादा फायदा है। लेकिन किसमें फायदा है और किसमें नुकसान है यह कर्मचारी बखूबी समझते हैं। आपको अवगत करा दें कि कर्मचारियों के अनुसार, नई पेन्शन योजना मे कोई भी फायदा नही है।
अब जब नई पेन्शन योजना से कर्मचारी रिटायर हो रहे है तो देखा जा रहा है कि उनको मात्र 1000, 2000 रुपये प्रति महिना पेन्शन मिल रही है ऐसे मे अब समझ मे आ रहा है की नई पेन्शन योजना कर्मचारियो के लिये अच्छी नही है। फिर भी केंद्र सरकार अभी तक या तर्क देते आई है की नई पेन्शन योजना फायदेमंद है। सरकार नई पेन्शन का हमेशा बचाव करती है।
लेकिन कर्मचारियो को पुरानी पेन्शन (Old Pension Scheme ) के अलावा और कुछ मंजूर नही है। उनको केवल पुरानी पेन्शन चाहिये, इसलिए सरकार से उनकी लड़ाई जारी है।
नई पेंशन योजना और पुरानी पेंशन योजना में अंतर क्या है?
- NPS(New Pension Scheme) एक शेयर बाजार आधारित असुरक्षित योजना है। OPS (Old Pension Scheme) एक सुरक्षित पेंशन योजना है।
- NPS में पेंशन के लिए वेतन से 10% (Basic+DA) की कटौती होती है। OPS में पेंशन के लिये वेतन से कोई कटौती नहीं होती है।
- NPS में GPF (Govt. Provident Fund) सुविधा उपलब्ध नहीं है। OPS में GPF (Govt. Provident Fund) की सुविधा उपलब्ध है।
- NPS में रिटायरमेंट के समय निश्चित पेंशन की गारंटी नहीं है, हो सकता है पूरा पैसा ही डूब जाये।OPS में रिटायरमेंट के समय निश्चित पेंशन जो अंतिम मूल वेतन के 50% की गारंटी है।
- NPS में छह माह बाद मिलने वाला महंगाई भत्ता (DA) लागू नहीं होगा। OPS में छह माह के बाद मिलने वाला महंगाई भत्ता (DA) लागू होता है।
- NPS में अंतर्गत प्राप्त पेंशन पर हर 10 वर्ष के पश्चात वेतन आयोग का लाभ प्राप्त नहीं होता है। OPS के अंतर्गत प्राप्त पेंशन पर हर 10 वर्ष के पश्चात वेतन आयोग का लाभ प्राप्त होता है।
- NPS में सेवा के दौरान मृत्यू होने पर फैमिली पेंशन का अस्थायी प्रावधान। OPS में सेवा के दौरान मृत्यु होने पर फैमिली पेंशन का प्रावधान।
- NPS में रिटायरमेंट के समय पेंशन प्राप्ति के लिए NPS फंड से 40% राशि इन्वेस्ट करना पडता है। OPS में रिटायरमेंट के समय पेंशन प्राप्ति के लिए GPF फंड पेंश से किसी प्रकार का इनवेस्ट नहीं करना पड़ता है।
Old Pension Scheme Update Today: FAQ’s
पुरानी पेंशन योजना कब लागू की गई थी?
पुरानी पेंशन योजना (OPS) केंद्र सरकार के द्वारा साल 2004 से पहले लागू की गई थी। इसमें कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद एक निश्चित पेंशन मिलती थी। यह पेंशन कर्मचारी के रिटायरमेंट के समय उनके वेतन पर आधारित होती थी।
क्या फिर से पुरानी पेंशन लागू होगी?
सरकार ने पुरानी पेंशन योजना को लेकर अब तक तर्क दिया दिया कि नई पेंशन में पुरानी पेंशन योजना से ज्यादा लाभ हैं, इसलिए पुरानी पेंशन योजना बहाल नहीं होगी।
किन- किन राज्यों में पुरानी पेंशन योजना फिर से लागू हो गई है?
बता दें राजस्थान अप्रैल 2022 में ओपीएस को फिर से शुरू करने में अग्रणी था। फिर छत्तीसगढ़ , झारखंड , पंजाब और 17 अप्रैल, 2023 को हिमाचल प्रदेश ने भी लागू कर दिया।